Facts About Shiv chaisa Revealed
Facts About Shiv chaisa Revealed
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दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
Lord, in the event the ocean was churned as well as the fatal poison emerged, out within your deep compassion for all, You drank the poison and saved the world from destruction. Your throat turned blue, Consequently That you are known as Nilakantha.
O Lord, Purari, you saved all Deities and mankind by defeating and destroying the demons Tripurasur. You blessed your devotee Bhagirath and he was capable to perform his Vow just after demanding penance.
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
तुरत shiv chalisa in hindi षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥